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(मेरी सुनहरी )लेखनी प्रतियोगिता -11-Dec-2021







जंगल के अंधेरे में चारो तरफ से सिर्फ उल्लुओ की आवाज आ रही थी जो सारे ही वातावरण को और डरावना बना रहा था जिसमे अगर कोई अगर अकेले जाए तो 😱मेरा मानो वापस अकेले नहीं आ पायेगा पर पर.........उसी जंगल में दो लड़कियां रात के अंधेरे में कार ड्राइव करते हुए , झाड़ियों को कूचते हुए आगे बढ रही होती है तो कार में बैठी हुई एक लड़की कहती है " सिम आखिर तुम ये मुझे लेजा कहा रही हो "... सिम कोई जवाब नहीं देती बस गाड़ी को और तेज कर लेती है तो वो लड़की उसे घूरना शुरू कर देती है और जल्दी से ही उसको हिलाते हुए कहती है ,
लड़की - आखिर ये बतायोगी या नहीं की आखिर हम जा कहा रहे है ...
सिम - (झुंझला के ) जानू आप शांति से नही बैठ सकती क्या ...
जानू - हट पगली शांति तो ऋषभ की गर्लफ्रेंड है ना तो उससे कैसे बैठ सकती हु ...
सिम - आप ना बहुत बड़े वाले ड्रामेबाज हो ...
जानू - ( सोचते हुए ) काश इंडिया बेस्ट ड्रामेबाज में मुझे जगह मिली होती तो पक्का आज मैं एक ड्रामा क्वीन होती ...
सिम - ( आगे देखते हुए ) वेल आप ऑलरेडी है बनने की क्या जरूरत ....
जानू - चलो अब इतना बोल ही दिया है तो ये भी बता दो की आखिर हम जा कहा रहे है ( चारो तरफ देखते हुए ) ये जंगल कितना अजीब है ...
सिम - ये अजीब कैसे यही तो अपना पिसाच  मिला था ना ....
जानू - हां वो तो है यार ....उसे भी बहुत मिस करती हु कितना अच्छा है वो मेरी अक्षु को प्यार करेगा और खुश भी रखेगा ....
सिम - हां हां वैसे ये ड्रेस भी बहुत अच्छी है ❣️❣️❣️जानू - कितनी अच्छी बनाई है जिसने भी बनाई होगी वो तो बेस्ट होगा ...( सिम का हाथ पकड़ कर ) यार मुझे प्यार हो रहा उससे जिसने इसे बनाया 😍
सिम - आप जानती है ये किसने बनाया है ....वो आरव ने बनाया है ....बड़ा ही नौटंकी बाज है.........  पता है कितना बोलना पड़ा की ये जानू के लिए बनाओ वरना अगली बार तुम्हारा पत्ता कट कर दिया जायेगा ...
जानू - ओह अपना खडूस तो बड़ा ही अच्छा है .....तुम्हे पता नहीं पर वो दुनिया का सबसे बड़ा पागल है और ( मुंह पर हाथ रखकर ) और सब उसके पीछे पागल है ......वैसे तुम्हें भी पसंद है ना??
सिम - अब मेरी पसंद से क्या फर्क पड़ता है ....😕😕😕😕 उसे तो ले गई ना ले जाने वाली ....
जानू - यार तुम दिल मत छोटा करो ...
सिम - ( हंसते हुए ) हैं सच्ची दिल छोटा भी होता है क्या .....मुझे बताओ मैं पॉकेट में लेकर घुमुंगी ....
जानू - अब तुम्हे डॉक्टर की जरूरत है (प्यार से ) हाय मेरा निक ....
सिम - हां गुड़िया निक तो प्रेम 
फोटो का फ्रेम है 
पटरी पर चलती हुई ट्रेन है 
और आपका दिल लूटने वाला क्रेन है 

( ऐसी तुकबंदी के लिए माफी नहीं चाहिए )

जानू - क्या तुकबंदी करती हो यार ....मस्त मजा ही आ गया ....वैसे तुम भी अच्छी लग रही हो ,
सिम - हां ख्वाइश दी ने ड्रेस भेजी है ....
जानू - ओह हो अभी से बात चीत शुरू हो गई ,😜😜😜वैसे वो कहा है ????
सिम - रक्तचुस्मानव ना ???
जानू - हटो यार कितना प्यारा तो है मेरा अर्जुन बिल्कुल मुझ पर गया है ....
सिम - प्यार और वो ....मुझे मिले मैं उसे चप्पल गिला करके मारूंगी .....
जानू - बहन तुम रहने दो बस इतना बताओ की कब तक इस जंगल में रहना है 🙆🙆पर ये बता हम यहां है ही क्यों ???
सिम - बस कुछ पल वेट करो मेरी मां ...
(जानू ये सुन चुप हो जाती है तो सिम भी ड्राइविंग करते हुए जंगल से कुछ दूर पहले कार रोक लेती हैं तो वो कहती है )

जानू - हम यहां क्यों रुके .....
( सिम कोई जवाब नही देती है बस कार से निकलकर जानू को भी निकालती है और उसकी आंख पर पट्टी बांधने लगती है तो वो कहती है " ये ये तुम कर क्या रही हो ??सिम कोई जवाब नही देती है बस उसका हाथ पकड़ खिंचते हुए ले जाने लगती है ...कभी थोड़ी ऊंचाई पर तो कभी निचले हिस्से पर ....ऐसे चलते हुए दोनो को लगभग 10 मिनिट हो जाते है तो जानू भी अब झुंझला के कहती है " आखिर तुम मुझे ले जा कहा रही हो और ये एक मिनिट कही तुम मुझे धक्का तो नहीं मारने वाली ना ??
सिम - हां वही करूंगी क्योंकि उस भेड़ मंचो की निर्माता आप ही हो ना ...
जानू - ( अपना हाथ छुड़ा कर ) देख यार ऐसा मत करना मैं ....
( इतना कह वो भागने लगती है ,उसकी आंखो पर पट्टी अब भी बांधी हुई थी इसलिए वो लड़खड़ाती हुई गिरने लगती है तो कोई उसे पीछे से पकड़ लेता है जिसकी वजह वो अपनी जगह पर रुक जाती है और दो मजबूत हाथो को अपनी बाजुओं पर फील करती है तो कहती है ,
जानू - ए सिम तुम ये इतनी बॉडी बिल्डर वाली कबसे बन गई....

( अभी वो इतना ही कह पाई होती है की कोई पीछे से उसका हाथ बांध देता है जिसकी वजह से वो सकपका जाती है और चिल्लाने के लिए बोलने जाती है तो उसके मुंह पर कपड़ा बांध दिया जाता है जिसकी वजह से वो सकपका और घबरा तो जाती है पर कपड़ा थोड़ा ढीला बंधा होता है तो वो कहती है " ओह तो ...तुम तुम सिम मुझे किडनैप कराने लाई थी चलो अच्छा है ...अब इन  लोगो को मैं अपनी दुखभरी कहानी सुनाऊंगी , मेरा भी थोड़ा टाइम पास हो जायेगा .....इतना कह वो चुप हो जाती है तो उसका मुंह अब कसकर बांध दिया जाता है और कोई उसे गोद में उठाकर चलने लगता है तो जानू भी कसमसाती हुई खुद को आजाद करने की कोशिश करने लगती है पर कुछ भी नही होता है तो वो अपना पैर चलाना शुरू कर देती है ....कुछ देरी तक ऐसा ही चलता रहता है और फिर 10 मिनिट बाद जानू को कुछ फर्श सा महसूस होता है तो उसे थोड़ा सुकून मिलता है ....अब उसे अपनी पट्टी से ही कुछ चमकता , टीम टीम जैसा कुछ नजर आने लगता है पर उसे अभी साफ नहीं नजर आ रहा होता है तो कुछ समझ नहीं आता है ...वो अभी अपने ख्यालों में ही खोई होती है की तभी उसके हाथ खोल दिए जाते है जिसकी वजह से वो हड़बड़ा के अपनी आंख की पट्टी खोलती है और सामने का नजारा देख के हैरान हो जाती है ....



सामने एक बहुत ही खूबसूरत महल था ..... चांद और रौशनी की वजह से वो गजब ही ढा रहा था ....जानू पूरी हैरानी से उसे देख रही थी की तभी उसके कंधे पर कोई हाथ रखता है जिसकी वजह से वो सकपका कर मुड़ जाती है और देखती है की सिम उसे मुस्कुराते हुए देख रही तो वो झुझला के कहती है ,
जानू - अब तुम ये बताने की कृपा करोगी की क्या की तुमने मेरा किडनैप क्यों कराया ??
सिम - किडनैप और मैं ...यार मैं इतनी बुरी भी नहीं हू हां लोगो को लगता है पर 😕😕
( उसकी बात बीच में काटते हुए )
जानू - मुझे इतना तो पता ही है की तुम मुझे ये अकेली उठाकर नहीं लाई वो ...बताओ कौन है और मेरे साथ ऐसा क्यों ??
सिम - अब पता चल ही गया है तो छुपाने से क्या फायदा ...
जानू - ( टाइम देखते हुए ) देखो 11:50 हो रहे अब अगर तुमने 12 बजे से पहले नहीं बताया तो मैं बात नहीं करूंगी ...
सिम - अच्छा चलो अंदर मेरे साथ .....( हाथ पकड़ कर ) मुझ पर भरोसा तो करती हो ना ...
जानू - अभी इस जंगल में भरोसे को कैसे खोजू ...( चिल्लाते हुए ) भरोसा ... ओ भरोसा ,कही हो क्या ???अगर हो तो बताओ ....सिम तुम्हारे बारे में पूछ रही हैं....
( सिम कोई जवाब नहीं देती है बस उसे घूरने लगती है की तभी कोई पीछे से उसे पकड़ कर कहता है )
" ओह हो ड्रामा क्वीन आखिर पहुंच गई"....ड्रामा क्वीन सुन जानू पीछे मुड़ जाती है और देखती है की सामने ओजस्वी मैम खड़ी है तो वो झटके से पीछे होकर कहती है ,
जानू - ओजस्वी मैम आप ...... आ आप तो ड्राफ्ट में थी ना ...
ओजस्वी मैम - हां जानू मैं वही थी वो तो बस ये सिम ने कुछ देर की लिए निकाल दिया ...
जानू - ( सिम से ) सिम ऐसा क्यों ???
सिम - मेरा मन हो रहा था मैम से मिलने को इसलिए निकाल लिया.... और अब मुझे कोई बात नहीं करनी अब अंदर चलो ...
जानू - मुझे नहीं जाना अंदर ...
सिम - ( ओजस्वी मैम का हाथ पकड़ कर ) चलो बड़ी मौसी हम लोग चलते है .....यहां जानू को रहने देते है , वैसे भी यहां कुछ देर में लोमड़ी और पिसाचो का झुंड आने वाला है ...
( इतना कह वो दोनों ही अंदर चली जाती है तो जानू खुद से कहती है मैं यही रह लूंगी मुझे नहीं जाना और एक मिनट मुझे ये गोद में आखिर उठाया किसने था ... सिम तो उठाने से रही फिर ..( चारो तरफ देखते ही ) कही यहां सच में पिसाच तो नहीं है ना ...
( और फिर वो अपना गाउन संभालते हुए डोर के पास पहुंच जाती है और जैसे ही उसे ओपन करने की कोशिश करती है चारो तरफ से चर चर की आवाज आना शुरू कर देती है जिसकी वजह से जानू खुद से कहती है मतलब हद है ये सिम कही मुझे अपने भूत भगाओ श्रेमा कंपनी तो नही लाई ना ....वैसे ये तो महल जैसा है फिर ...जानू अब भी सोच रही होती है पर फाइनली अपने सोच को पूर्ण विराम लगाकर डोर ओपन कर देती है और जैसे ही अंदर जाने के लिए पैर करती है की  तभी कोई उसका हाथ पकड़ उसे ,उसके कंधे पर हाथ रख लेता है और जानू का एक हाथ अपनी कमर पर रख कर उसे नचाते हुए  कहता है ( चारो तरफ अंधेरा ही था ) 
- और जानू कैसी हो ??
जानू - ( हैरानी से ) कौन हो तुम ???
शक्श - क्या यार मेरे साथ शायद तीन चार महीने गुजारे थे और अब भूल गई मुझे ....
जानू - ( अपना हाथ पीछे खींचते हुए ) देखो तुम जो भी हो  निकलो वरना मेरी गुंडी आ गई तो छोड़ेगी नहीं ...
शक्श - ( हंसते हुए ) आने दो वो मेरा आ आ आ......( जानू को छोड़ के  ) गुंडी मुझे छोड़ छोड़ ....
जानू - ( हंसते हुए ) वाह आ गई मेरी सिम अब देखो वो तुम्हारा क्या हाल करती है ...
( इतना कह वो अंधेरे में ही चलने लगती है की कोई और उसका हाथ पकड़ खिंच लेता है और उसे नचाते हुए कहता है )
शक्श - और जानू मुझे तो पहचाना ना तुम्हारा वो फुटबॉल प्लेयर ..  
जानू - ( अब लाईट का फोकस पड़ता है तो शक्श की शक्ल दिख जाती है जिसे देख हैरानी  और खुश होकर कहती है ) नव्यम तुम ..... पर पर तुम और ओजस्वी मैम मेरे ड्राफ्ट से कैसे निकले और कब निकले अरे ये ही बताओ क्यो निकले ????
नव्यम - चलो जानू तुमने मुझे पहचान लिया मतलब पूरी दुनिया को पहचान लिया ....अब मैं सुकून से कुद सकता हु ....
जानू - ए पागल है क्या तू रे मरने की बात क्यों कर रहे हो ....
नव्यम - ( उसे नचाते हुए ) हट पागल मैं तो सोफे पर से कूदने की बात कर रहा हु ....इतनी जल्दी थोड़े मरूंगा ...अभी तो मेरी शादी होगी , फिर मेरे बच्चे होंगे और फिर मै ,
( जानू बात काटते हुए )
जानू - फिर तुम मर जाओगे  😀😅😅😅😅😅😅😅
नव्यम - हां और फिर मैं सिम की कंपनी ज्वाइन कर लूंगा। ...
,( इतना कह वो जानू को अंधेरे में झटका देकर छोड़ देता है जिसकी वजह से वो हड़बड़ाते हुए पीछे गिरने लगती है की दो मजबूत हाथ उसे पकड़ लेते है जिसकी वजह से वो गिरने से बच जाती है पर जल्दी से ही उन बाजुओं को महसूस करते हुए झटके से दूर हो जाती है और कहती है ,
जानू - तुम तुम वही होना जिसने मुझे यहां लाया था ....
( उसका गला दबाते हुए ) चल बता तू है कौन और किसके कहने पर मुझे यहां उठा कर लाया ....और तूने मुझे पकड़ा कैसे ?? अब देख मैं तेरी कैसी हालत करती हु ,

( इतना कह वो गुस्से में ही अंधेरे में से अपनी सैंडल निकालती है और उसे मारना शुरू कर देती है जिसकी वजह से वो इधर उधर भागना शुरू कर देता है .......लाइट थोड़ी थोड़ी जल रही होती है तो वो शक्श भागते हुए दिख रहा था जिसकी वजह से जानू पास में पड़ा हुआ डंडा उठा लेती हैं और उसे मारने लगती है जिसकी वजह से वो शक्श भागते हुए सोफे के पीछे बैठ जाता है और खुद से बुदबुदाते हुए कहता है " आज इसे प्रिंसिपल ऑफिस पक्का ले जा कर रहूंगा "....जानू अभी भी उसे खोज रही होती है की तभी कोई बहुत डिसेंटली तरीके से उसका हाथ पकड़ लेता है और कहता है ,

शक्श - आप इतनी खूबसूरत है की मैं बता नही सकता ....इसलिए चलिए आप मेरे साथ हम किसी और दुनिया में चलते है ....आप वहां की रानी और मैं आपका मैनेजर बन जाऊंगा फिर आप जिसको मारना होगा मरना ....{ कॉपी है थोड़ी बहुत 😂😂😂}
जानू - ( हैरानी से ) तुम पागल हो .....
शक्श - ( उसके सामने झुक के ) आखिर आप ही मेरी निर्माता है ......आप ही ने मुझे बनाया ..
जानू - एक मिनिट तुम आद्विक  हो ???
आद्विक - हां जानू मैं ही हु ....
जानू - ( उसे मुक्का मारकर ) तो पागल पहले बताना था ना ......तुम तो सबसे डिसेंट बंदे हो , वैसे आज सब आखिर यहां कर क्या रहे हो ???
( तभी लाइट्स ऑन हो जाती है और जानू के ऊपर भर भरा के खूब सारे लाल गुलाब के साथ खूब सारे बलून गिरना शुरू कर देते है जिसकी वजह से वो पहले हड़बड़ा जाती है पर अगले ही पल हैरान हो जाती है जब उसके सामने निर्वाण ( हार्ट सेप ) का केक लेकर मुंह फुलाए हुए उसे देख रहा होता है तो जानू भी नाक सिकोड़ते हुए कहती है ,



जानू - तुम यहां क्या कर रहे हो ?
निर्वाण - कुछ नही नकचडी जी हैपी बर्थडे ......अगर ध्यान हो तो टाइम देख लो 12 बज गए है ...
( जानू इन सब में भूल ही गई थी की आज उसका बर्थडे है ...इसलिए वो हल्का सा मुस्कुराते हुए कहती है )
जानू - हां थैंक्यू .....
( तभी कोई पीछे से उसे गले लगा लेता है और कहता है )
शक्श - पहचानो मै कौन??
जानू - यार सब यही है तो अब जो बचा है वो सबसे बड़ा पागल इंसान है जो पढ़ने के बहाने सिम से थप्पड़ खा चुका है वो भी सॉरी कहने पर भी ...
शक्श - हट यार मैने नाम पूछा था मेरी बेइजती नहीं करनी थी ...
जानू - अर्जुन अब अगर तुम्हारे कांड ही ऐसे होंगे तो क्या होगा ...वैसे ये बताओ ये प्लान किसका था सब ?
अर्जुन - उस गुंडी का और किसका .....देखो हम लोगों को ड्राफ्ट से निकाल लाई ....
( तभी उसके पीठ पर मुक्का पड़ता है जिसकी वजह से वो अपनी पीठ सहलाए हुए कहता है )
अर्जुन - अरे यार गुंडी क्या जब देखो तो मारती फिरती हो ....ऐसे थोड़े होता है ..
सिम - भेड़िए जी अब अगर गुंडी कहा तो ऐसे ही मारूंगी ...
अर्जुन - तो क्या असीम कहूं 😍😍
सिम - तुम्हारा सर ना फोड दू मै ....
( जानू उन दोनो को लड़ता देख कहती है )
जानू - चलो रे इनको लड़ने दो .... इनका ऐसे ही चलता रहेगा और हम चलते है वरना मेरा मुड़ स्विंग हुआ तो मैं भाग जाऊंगी...
( मूड स्विंग वाली बात सुन चारो बॉयज एक ही साथ कहते है " आप प्रेगनेंट है क्या ???
निर्वाण - देखो ये गलत बात है ...तुम ऐसा नहीं कर सकती ,
जानू - वैसे मैं  क्यों नहीं कर सकती ??? बोलो बोलो ....
निर्वाण - ( मुंह फुलाए हुए ) कुछ नही .....आकर इस केक को काटो वरना लेट हो जाएगा ...

( सारे ही फिर आ जाते है तो जानू केक कट करती है और मुंह फुलाए हुए निर्वाण के मुंह में ठूंसते हुए कहती है " खा लो खडूस , अकडू निर्वाण ...और मैं कोई प्रेगनेंट नही हु"...इतना कह वो सबको केक खिलाने लगती है तो निर्वाण उसका हाथ पकड़ खींचकर उसे अपने करीब कर लेता है और डांस करने लगता है तो जानू उसकी टांग पर एक पैर मारती है पर वो उसे छोड़ता नहीं है और उसके कान के पास जाकर कुछ ऐसा कहता है की वो हैरान हो जाती है ।

इधर सिम और ओजस्वी मैम भी बारी बारी से सबके साथ डांस करती है और फिर सारे ही बॉयज पार्टी पूरी खत्म होने से पहले कहते है "
" हैपी बर्थडे गोल्डन बटरफ्लाई ....थैंक्यू हमे बनाने के लिए ,थैंक्स एक खूबसूरत सी लाइफ देने के लिए ...जिसमे सब एंजॉय किया दोस्ती से लेकर प्यार भी और साथ में ( अर्जुन सिम की तरफ देखकर) अत्याचार भी .......हां जबतक साथ था बहुत मजा आया और यहां  सिम ने एक बार फिर से हम सबको वापस मिलवाया वो भी आपके ड्राफ्ट से उसके लिए थैंक्स टू यू बोथ .....♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️और हां ड्राफ्ट मत हटाना वरना हमारी टाय हो गई तो ......चलो अब हम जाते है और आप एप खोल लो .....

( जानू ये सुन थोड़ी इमोशनल हो जाती है इसलिए सबसे गले लगकर अपना एप ओपन करती है और वापस भेजने लगती है की कोई जा ही नहीं पा रहा होता है जिसे देख आद्विक कहता है )
आद्विक - लगता है हम जाने से रहे इसलिए चलो सब पार्टी शुरू करो फिर से क्योंकि हमे नही जाना तुम दोनो से दूर ...
( और फिर पार्टी शुरू हो जाती है तो सिम और जानू एक दुसरे के गले लग जाती है ) 😍😍😍😍😍😍😍❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️


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ये बर्थडे ब्लॉग है जो मैंने गर्मियों में ही अपनी दोस्त के लिए लिखा था💗💗...बेस्ट थे वो दिन सच्ची ...♥️♥️♥️♥️

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7 Comments

Seema Priyadarshini sahay

13-Dec-2021 12:08 AM

बहुत खूबसूरत

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🤫

12-Dec-2021 04:16 PM

Ohkay...

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Arman Ansari

12-Dec-2021 02:35 AM

Bahut hi khubsurat mam

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